नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की विद्युत कंपनी SJVN लिमिटेड ने हाल ही में राजस्थान सरकार के साथ 7 गीगावाट (GW) की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में 6.65% की तेजी देखी गई, जिससे निवेशकों में नई उम्मीदें जगी हैं। यह समझौता भारत की अक्षय ऊर्जा क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
शेयर बाजार में उछाल
SJVN लिमिटेड के शेयरों ने 6.65% की छलांग लगाई और ₹110.30 के स्तर तक पहुंच गए। इससे पहले, कंपनी के शेयर पिछले चार महीनों में लगभग 27% तक गिर चुके थे और अपने सर्वकालिक उच्च स्तर ₹170.50 से 36.65% नीचे कारोबार कर रहे थे। इस नई परियोजना के चलते निवेशकों ने कंपनी पर एक बार फिर भरोसा जताया है।
राजस्थान परियोजना की विशेषताएं
इस समझौते के तहत SJVN राजस्थान में 5 GW पंप्ड स्टोरेज और 2 GW फ्लोटिंग सोलर परियोजनाएँ स्थापित करेगा। यह परियोजना राज्य के लिए ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
राजस्थान सरकार और SJVN के बीच यह करार राज्य में हरित ऊर्जा (Green Energy) को बढ़ावा देने और भारत के 2030 तक 500 GW अक्षय ऊर्जा क्षमता लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किया गया है।
Ministry of New and Renewable Energy (MNRE) के अनुसार, भारत सरकार सौर और पवन ऊर्जा के साथ-साथ उन्नत ऊर्जा भंडारण समाधानों पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
पिछले कुछ महीनों में शेयरों का प्रदर्शन
हालांकि, SJVN के शेयरों ने हाल ही में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन नवंबर 2024 तक इनमें लगभग 27% की गिरावट दर्ज की गई थी। मार्च 2024 में, कंपनी को गुजरात में 500 मेगावाट (MW) की सौर परियोजना के लिए ₹2,700 करोड़ का ऑर्डर प्राप्त हुआ था, लेकिन इसके बावजूद कंपनी के शेयरों में 13% की गिरावट आई थी और यह ₹98.80 के निचले स्तर तक पहुंच गए थे।
Securities and Exchange Board of India (SEBI) के अनुसार, निवेशकों को इस तरह के शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव को समझते हुए सतर्क निवेश करने की सलाह दी जाती है।
नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में SJVN की रणनीति
SJVN लिमिटेड सरकार की ‘हरित ऊर्जा’ (Green Energy) नीति के तहत सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वर्तमान में कंपनी भारत और नेपाल में कई जल विद्युत और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं पर काम कर रही है।
सरकार की राष्ट्रीय सौर मिशन के तहत SJVN को कई सौर ऊर्जा परियोजनाओं के लिए प्रोत्साहन मिल रहे हैं। इस पहल के तहत, 2030 तक 280 GW सौर ऊर्जा क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
निवेशकों के लिए संभावनाएँ
वर्तमान तेजी के बावजूद, निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि SJVN के शेयरों में पहले भी उतार-चढ़ाव देखा गया है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कंपनी इस परियोजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित करती है, तो इसका दीर्घकालिक लाभ शेयरधारकों को मिल सकता है।
विश्लेषकों का कहना है कि यदि SJVN अपनी वित्तीय स्थिति को मजबूत बनाए रखता है और राजस्थान प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करता है, तो इसके शेयरों में और भी उछाल आ सकता है।
SJVN Limited की आधिकारिक वेबसाइट पर इस परियोजना और अन्य ऊर्जा परियोजनाओं की विस्तृत जानकारी उपलब्ध है।
निष्कर्ष
राजस्थान सरकार के साथ हुए इस समझौते ने SJVN के शेयर बाजार में सकारात्मक संकेत दिए हैं। निवेशकों की नजरें अब इस बात पर टिकी हैं कि कंपनी इस महत्वाकांक्षी परियोजना को कितनी कुशलता से लागू करती है। भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को देखते हुए, नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में SJVN की भूमिका और भी महत्वपूर्ण होती जा रही है।
निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे दीर्घकालिक दृष्टिकोण से इस शेयर में निवेश करें और बाजार की वर्तमान परिस्थितियों को समझते हुए ही निर्णय लें।
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