TikTok की मूल कंपनी ByteDance ने अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) टूल OmniHuman-1 का अनावरण किया है, जो केवल एक तस्वीर से यथार्थवादी (लाइफलाइक) वीडियो तैयार करने की क्षमता रखता है। यह तकनीक मानव के हाव-भाव, शरीर की गति और बोलने की शैली को सटीक रूप से पुनः निर्मित कर सकती है।
AI तकनीक में बड़ा कदम
इस AI मॉडल को 18,700 घंटे से अधिक के ह्यूमन वीडियो डेटा पर प्रशिक्षित किया गया है। इस शोध में बताया गया है कि यह अब तक की सबसे उन्नत AI तकनीकों में से एक है, जो बेहद कम इनपुट के आधार पर भी वास्तविक दिखने वाले वीडियो उत्पन्न कर सकती है। इसकी सबसे खास बात यह है कि यह कमजोर संकेतों, विशेष रूप से ऑडियो इनपुट के आधार पर भी उच्च गुणवत्ता वाला वीडियो तैयार कर सकता है।
कैसे काम करता है OmniHuman-1?
OmniHuman-1 AI डीप लर्निंग मॉडल का उपयोग करता है, जिसमें यह किसी भी चित्र को इनपुट के रूप में लेकर, उसे यथार्थवादी वीडियो में बदल देता है। यह टूल न केवल चेहरे के हाव-भाव को सटीक रूप से पहचान सकता है, बल्कि शरीर की गति और जेस्चर को भी बिल्कुल वैसे ही पुनः उत्पन्न करता है, जैसा कि एक असली व्यक्ति करता है।
इसका उपयोग किसी भी प्रकार की छवि इनपुट के साथ किया जा सकता है, जिसमें शामिल हैं:
- पोर्ट्रेट (चेहरे की तस्वीरें)
- आधा शरीर (हाफ-बॉडी इमेज)
- पूर्ण शरीर (फुल-बॉडी इमेज)
इसकी मदद से उपयोगकर्ता किसी भी सामान्य तस्वीर को डायनेमिक वीडियो में बदल सकते हैं, जिसमें वह तस्वीर में मौजूद व्यक्ति बोलते और हिलते-डुलते हुए दिखाई देंगे।
AI तकनीक में एक बड़ा बदलाव
विशेषज्ञों का मानना है कि OmniHuman-1 वीडियो निर्माण के क्षेत्र में AI जनरेटेड कंटेंट (AIGC) के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। इस टूल के आने से वीडियो एडिटिंग, वर्चुअल असिस्टेंट, एनिमेशन, और डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिल सकता है।
किन क्षेत्रों में होगा इस टूल का इस्तेमाल?
AI द्वारा यथार्थवादी वीडियो निर्माण की यह नई तकनीक कई क्षेत्रों में उपयोग की जा सकती है, जिनमें शामिल हैं:
- डिजिटल मीडिया और मनोरंजन: इस टूल की मदद से फिल्मों, एनीमेशन और वीडियो एडिटिंग को अधिक वास्तविक बनाया जा सकता है।
- ऑनलाइन शिक्षा: यह तकनीक ऑनलाइन क्लासेस, वर्चुअल असिस्टेंट और एजुकेशनल कंटेंट को अधिक प्रभावी बना सकती है।
- गेमिंग इंडस्ट्री: गेमिंग कंपनियां इस तकनीक का उपयोग कर अधिक यथार्थवादी कैरेक्टर्स और एनिमेशन तैयार कर सकती हैं।
- डिजिटल मार्केटिंग: ब्रांड्स इस टूल का इस्तेमाल कर व्यक्तिगत विज्ञापन और वर्चुअल इंफ्लुएंसर्स बना सकते हैं।
AI टूल्स के बढ़ते उपयोग पर विवाद
हालांकि, AI-जनरेटेड वीडियो को लेकर गोपनीयता और नैतिकता से जुड़े सवाल भी उठ रहे हैं। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीक डीपफेक वीडियो और फर्जी सामग्री को बढ़ावा दे सकती है, जिससे गलत सूचनाओं का प्रसार हो सकता है। इसके अलावा, ऐसे AI टूल्स के व्यापक उपयोग से वीडियो एडिटिंग और फिल्म निर्माण से जुड़े पेशेवरों की नौकरियों पर भी असर पड़ सकता है।
कुछ देशों में सरकारें AI-जनरेटेड कंटेंट को नियंत्रित करने के लिए सख्त कानून लाने की योजना बना रही हैं। यूरोपीय संघ, अमेरिका और चीन में पहले ही AI टेक्नोलॉजी के नैतिक उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए नए नियमों पर चर्चा हो रही है।
क्या यह टूल सभी के लिए उपलब्ध होगा?
ByteDance ने अभी तक इस टूल की आधिकारिक रिलीज डेट घोषित नहीं की है। यह स्पष्ट नहीं है कि यह टूल केवल TikTok और अन्य व्यावसायिक प्लेटफॉर्म्स के लिए होगा या आम जनता के लिए भी उपलब्ध कराया जाएगा।
हालांकि, टेक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह टूल आम उपयोगकर्ताओं के लिए जारी किया गया, तो यह सोशल मीडिया और डिजिटल क्रिएटर्स के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
OmniHuman-1 AI आधारित वीडियो निर्माण में एक नई क्रांति ला सकता है। यह टूल डिजिटल कंटेंट, विज्ञापन, और एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म देगा। हालांकि, इसके साथ जुड़ी नैतिक चुनौतियों और गलत उपयोग के जोखिमों को ध्यान में रखते हुए, इसे जिम्मेदारी से लागू करने की जरूरत होगी।
क्या यह तकनीक भविष्य में मानव-सृजनित वीडियो कंटेंट की जगह ले सकती है? यह सवाल अभी अनुत्तरित है, लेकिन इतना तय है कि यह तकनीक वीडियो निर्माण को पूरी तरह बदलने वाली है।
Harneet Singh is a writer at The News Ocean, specializing in recruitment updates, government schemes, and general news. He focuses on delivering clear and concise information about job notifications, admit card releases, and government initiatives.
In his free time, Harneet enjoys reading historical fiction, exploring new technologies, and practicing photography while discovering the outdoors.