
टाटा मोटर्स ने वित्तीय वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (Q3 FY25) में बेहतर प्रदर्शन किया, जिसमें कुल राजस्व ₹1,13,575 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में 2.7% अधिक है। हालांकि, EBITDA मार्जिन 13.7% रहा, जो 60 आधार अंकों (bps) की गिरावट को दर्शाता है। EBIT 8.9% रहा, जो 60 आधार अंकों की वृद्धि को दर्शाता है। इसी अवधि में कंपनी का प्री-टैक्स प्रॉफिट (PBT) ₹7,700 करोड़ दर्ज किया गया, जो ₹75 करोड़ की गिरावट को दर्शाता है, जबकि नेट प्रॉफिट ₹5,600 करोड़ रहा।
व्यावसायिक प्रदर्शन की प्रमुख झलकियां
1. जगुआर लैंड रोवर (JLR)
जगुआर लैंड रोवर ने Q3 FY25 में अब तक का सबसे मजबूत प्रदर्शन दर्ज किया, जिसमें रिकॉर्ड तिमाही राजस्व और पिछले दस वर्षों में सर्वाधिक EBIT मार्जिन हासिल किया गया। यह लगातार नौवीं तिमाही रही जब कंपनी लाभदायक बनी रही।
2. वाणिज्यिक वाहन (CV) खंड
वाणिज्यिक वाहन खंड में राजस्व में 8.4% की गिरावट देखी गई, जो कम बिक्री और उत्पाद मिश्रण में बदलाव का परिणाम था। हालांकि, EBITDA मार्जिन 130 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 12.4% पर पहुंच गया। यह सुधार मुख्य रूप से सामग्री लागत में कमी और उत्पादन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना के लाभ के कारण हुआ।
3. यात्री वाहन (PV) खंड
यात्री वाहन खंड में राजस्व में 4.3% की गिरावट देखी गई। हालांकि, सख्त लागत नियंत्रण और PLI प्रोत्साहनों के चलते EBITDA मार्जिन 120 आधार अंकों की वृद्धि के साथ 7.8% हो गया।
साल दर साल (YTD) प्रदर्शन
YTD FY25 में टाटा मोटर्स का कुल राजस्व ₹3,23,074 करोड़ तक पहुंच गया, जो 1.6% की वृद्धि को दर्शाता है। इसी अवधि में EBITDA मार्जिन 13.2% रहा, जो 90 आधार अंकों की गिरावट थी, जबकि EBIT 7.7% दर्ज किया गया, जो 20 आधार अंकों की गिरावट को दर्शाता है। कंपनी का प्री-टैक्स लाभ (PBT) ₹22,296 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में ₹2,821 करोड़ अधिक है।
भविष्य की दिशा
कंपनी को उम्मीद है कि घरेलू बाजार में बुनियादी ढांचे पर हो रहे निवेश, नए उत्पाद लॉन्च और स्थिर ब्याज दरों के चलते मांग में सुधार देखने को मिलेगा। JLR के थोक बिक्री में Q4 FY25 में और बढ़ोतरी होने की संभावना है, हालांकि चीन में मांग की स्थिति पर कंपनी नजर बनाए रखेगी।
PLI योजना से लाभ
टाटा मोटर्स को दिसंबर 2024 में ऑटोमोटिव प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना की मंजूरी मिली, जिसके तहत ₹351 करोड़ की आय को मान्यता दी गई है। इससे कंपनी को अपने उत्पादन और लागत प्रबंधन में लाभ होने की उम्मीद है।
कंपनी के CFO का बयान
टाटा मोटर्स के ग्रुप चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर पी.बी. बालाजी ने कहा:
“Q3 में हमारे सभी व्यावसायिक खंडों ने लगातार सुधार दिखाया। YTD FY25 के दौरान हमारा राजस्व पिछले वर्ष की तुलना में 1.6% बढ़कर ₹3,23,074 करोड़ हो गया और प्री-टैक्स लाभ ₹22,296 करोड़ तक पहुंच गया, जो 14.5% की वृद्धि को दर्शाता है। हमारी बुनियाद मजबूत है और बाहरी चुनौतियों के बावजूद, हम इस वर्ष भी बेहतर प्रदर्शन देने को लेकर आश्वस्त हैं।”
निष्कर्ष
टाटा मोटर्स की वित्तीय स्थिति मजबूत बनी हुई है। जबकि कुछ चुनौतियां बनी हुई हैं, कंपनी की लागत नियंत्रण रणनीति, PLI योजना से प्राप्त लाभ और नए उत्पादों की लॉन्चिंग इसे आगे बढ़ने में मदद करेगी।

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